रिमझिम हो रही बारिश से पूरी सड़क दलदल में बदल चुकी थी। हरी सिंह को अपना अनाज ले कर अगले दिन मंडी पहुचना था। इसलिए रात की परवाह न करते हुए वह शाम को ही अपने बैलगाड़ी लेकर दीनापुर के लिए निकल पड़ा।
बढ़ते हुए अँधेरे के साथ बैलो का सड़क पर चलना मुश्किल होता जा रहा था। दलदल के कारण वह बड़ी मुश्किल से बैलगाड़ी [...]