कफ़ सबसे आम स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है । जब आपके गले या ऊपरी श्वास मार्ग पर कोई रुकावट या अड़चन पैदा होती है तब आपके मस्तिष्क को ये जानकारी मिलती है की वहाँ कोई चीज मौजूद है और उसे दूर करने के लिए वह तुरंत शरीर को निर्देश जारी करता है। कफ़ वायरल संक्रमण , जुकाम, फ्लू, दमा, टीबी, और फेफड़ों के कैंसर के रूप में धूम्रपान या अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के कारण हो सकती है।
कफ़ के कुछ मुख्य लक्षणो में गले में दर्द, जलन ,सिने में दर्द इत्यादि हो सकते है। बजाय इसके की आप बाजार में उपलब्ध सिरप का उपयोग करें आप अपनी रसोई में ही उपलब्ध सामाग्री का उपयोग करके प्राकृतिक तौर पर कफ़ के उपचार की कोशिश कर सकते है।
हल्दी :
हल्दी का सूखी खाँसी पर विशेष रूप से
उपचारात्मक प्रभाव पड़ता है।
कफ़ के कुछ मुख्य लक्षणो में गले में दर्द, जलन ,सिने में दर्द इत्यादि हो सकते है। बजाय इसके की आप बाजार में उपलब्ध सिरप का उपयोग करें आप अपनी रसोई में ही उपलब्ध सामाग्री का उपयोग करके प्राकृतिक तौर पर कफ़ के उपचार की कोशिश कर सकते है।
हल्दी :
हल्दी का सूखी खाँसी पर विशेष रूप से
उपचारात्मक प्रभाव पड़ता है।
- एक बर्तन में आधा कप पानी लें और उसमें एक चम्मच हल्दी और एक चम्मच काली मिर्च का डालें। आप इसमें दालचीनी का उपयोग भी कर सकते है। इसे 2 से 3 मिनट के लिए उबालिए। अब इसमें एक चम्मच शहद मिलाए। इस विधि का उपयोग तब तक करें जब तक स्थिति में सुधार नहीं हो जाता।
- हर्बल चाय में एक चम्मच हल्दी और अजवाइन का डाल दे। इस मिश्रण को तब तक उबालें जब तक की पानी घट कर आधा नहीं एरह जाता। अब इसमें एक चम्मच शहद मिलाए। इस विधि का उपयोग दिन में 2 से 3 बार करें।
- हल्दी की जड़ को भून ले और उसे पीस कर महीन चूरन बना ले। इस चूरन को पानी और शहद के साथ मिला कर दिन में 2 बार इस्तेमाल करें।
Nice Blog For Health Haldi Ke fayde Hindi Mein
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