एक वर्ष में Melissa वायरस इंटरनेट हिट करने के बाद, एक गंभीर डिजिटल खतरा फिलीपींस से उभरा | Melissa वायरस के विपरीत यह खतरा एक वोर्म (Worm) के रूप में आया था| यह एक स्वसंपूर्ण (standalone) प्रोग्राम था जो खुद की नकल करने में सक्षम था। शायद ही इस से खतरनाक वायरस कभी बनाया गया हो| 6 मई 2000 और इसके बाद भी इंटरनेट से जुड़े तकरीबन 10% दुनिया के
कम्प्युटर इस वायरस से प्रभावित हुये थे और ये वायरूस तकरीबन $ 10 अरब डॉलर की कुल क्षति का कारण बना था | इस वायरस का फैलाव “I Love You” शीर्षक नामक एक ई-मेल से हुया | जिस व्यक्ति ने भी ये FOR-You.txt.VBS संदेश खोला , वायरस ने खुद को 50 लोगो को अपने आप भेज(Send) कर दिया | इस वाइरस का निर्माण visual Basic स्क्रिप्ट्स को इस्तेमाल करके बनाया गया था| यह खुद की नकल की कई प्रतियाँ पीड़ित के हार्ड ड्राइव पर फ़ोल्डर में छिपा देता | यह मूलतः गुप्त सूचनाए चोरी करने के लिए बनाया गया था जो कि हैकर के ई-मेल पते को गुप्त सूचना ई मेल कर देता था |
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हमदर्दी भरे दिल |लघु कहानी
किसी समय की बात है पंजाब प्रांत में डीज़ल तेल की कमी आ गयी| धान की फ़सल के लिए डीज़ल की खास जरूरत होती है | लोग सुबह 4 बजे ही पम्प की लाइनों में खड़े हो जाते | ज़िला बर्नाला के एक गाँव दीवाना के बजुर्ग जिनका नाम बाबा मेहरु था बहुत ही हमदर्दी भरे इंसान थे| सुबह होते ही बाबा मेहरु भी डीज़ल की लाइन में खड़े हो गए | सुबह 8 बजे बाबा मेहरु की बारी आई | बाबा मेहरु के गाँव की एक औरत जिसका पति मर चुका था ,उम्र तकरीबन 40-42 के पास होगी अपने 12 साल के लड़के को ले कर सबसे आखिर में खड़ी थी | बाबा मेहरु ने ऊंचे स्वर में आवाज लगाई ओर बोले “ले कुड़िए पेहला तू भरवा ले “ | बाबा की आवाज़ सुन कर कई लड़को ने विरोध किया |
मेहरु बाबा ने उस औरत को 5 लिटर तेल दिलवाया और खुद सबसे आखिर में जा कर खड़े हो गए| दोपहर के 12 बज चुके थे और बाबा मेहरु की बारी आने ही वाली थी तभी कोई नया ट्रैक्टर ले कर संगत को दर्शनों के लिए साथ ही के गाँव में ले जा रहा था| उनका डीज़ल खत्म होने ही वाला था | संगतों ने पम्प के मालिक से डीज़ल देने की गुजारिश की पर उसने बिना लाइन के डीज़ल देने से इंकार कर दिया | इतने में बाबा मेहरु की तेल लेने की बारी आ गयी| बाबा मेहरु ने अपनी जगह संगतों को तेल भरवा दिया और फिर से जाकर लोगो के पीछे खड़े हो गए| दोपहर के 2 बज चुके थे बाबा मेहरु के लिए घर से दिन का खाना लाने वाला कोई नहीं था | बाबा मेहरु ने पानी पिया और अपनी बारी की प्रतीक्षा करने लगे | शाम के 4:30 बजे तो पम्प का मालिक बोला की तेल खत्म हो चुका है | ये बात सुनते ही सभी लोग अपने अपने घरो की तरफ चल पड़े| बाबा मेहरु को 9 Km का सफर अपनी साइकल पर तय करना था इसलिए उन्होने भरपेट पानी पिया और जाने की त्यारी करने लगे | पम्प का मालिक अंदर से सब देख रहा था | उसने बाबा के हमदर्दी भरे दिल की कदर करते हुये बाबा को आवाज़ लगाई “ कुछ डीज़ल सरकारी कोटे के लिए रखा था ,उसमें से 10 लिटर आप ले जाओ ”। बाबा मेहरु अभी भी अपने पीछे देख रहे थे की कहीं कोई और उनके पीछे बाकी तो नहीं...........
दात | लघु हिन्दी कहानी
बहुत से लोग बाबा जी के डेरे में आ जा रहे थे | उनमें से ज़्यादातर वो लोग थे जिन के घर पर पुत्र नहीं थे| श्रधालुयों के बीच बैठे बाबा जी सबको पुत्र होने का आश्रिवाद दे रहे थे | तभी बाबा जी के मोबाइल की घंटी बजी और उन्हे पता चला की अस्पताल में उनकी बीवी ने तीसरी बेटी को जन्म दिया है | जल्दी ही पुत्रो का आश्रिवाद देने वाले बाबा जी चिंतित मन से अस्पताल के लिए रवाना हो गए…….
पत्थरी के रामबाण घरेलू उपाय | Kidney Stone
गुर्दे की पत्थरी (Kidney Stone) urologic विकारों के सबसे दर्दनाक विकारों में से एक है जो सदियों से मनुष्य को घेरे हुए है| वैज्ञानिकों ने एक 7,000 साल पुराने मिस्र के मम्मी (Mummy) में गुर्दे की पत्थरी (Kidney Stone) का सबूत सबूत पाया है | दुर्भाग्य से, गुर्दे की पत्थरी मूत्र पथ के सबसे आम बीमारियों में से एक हैं | इस समस्या के कारण लगभग 3 लाख लोगो को स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के पास जाना पड़ता है और तकरीबन आधे लाख से अधिक लोगो को आपातकालीन वार्ड्स में भर्ती होना पड़ता है |
नमक एवं अन्य खनीज़ पदार्थ एक दूसरे के संपर्क में आने से पत्थरी का निर्माण करते है | पत्थरी का आकार अलग अलग व्यक्ति में अलग अलग हो सकता है | एक व्यक्ति में एक से ज्यादा भी पत्थरी हो सकती है | अमुमन छोटे आकार की पत्थरिया मूत्र मार्ग से बाहर निकाल जाती है परंतु बड़े आकार की पत्थरियो का निष्काशन नहीं हो पाता जो मूत्र मार्ग में अवरोध पेदा करती है जो दर्द और जलन का कारण बनता है |
किसी भी तरह के इलाज़ को शुरू करने से पहले अल्ट्रासाउंड करवाए और चिकितस्क की मदद लें ताकि पत्थरी के आकार ,जगह और प्रकार का पता चल सके |
घरेलू उपाय:
नमक एवं अन्य खनीज़ पदार्थ एक दूसरे के संपर्क में आने से पत्थरी का निर्माण करते है | पत्थरी का आकार अलग अलग व्यक्ति में अलग अलग हो सकता है | एक व्यक्ति में एक से ज्यादा भी पत्थरी हो सकती है | अमुमन छोटे आकार की पत्थरिया मूत्र मार्ग से बाहर निकाल जाती है परंतु बड़े आकार की पत्थरियो का निष्काशन नहीं हो पाता जो मूत्र मार्ग में अवरोध पेदा करती है जो दर्द और जलन का कारण बनता है |
किसी भी तरह के इलाज़ को शुरू करने से पहले अल्ट्रासाउंड करवाए और चिकितस्क की मदद लें ताकि पत्थरी के आकार ,जगह और प्रकार का पता चल सके |
घरेलू उपाय:
- अधिक से अधिक मात्रा में पानी का उपयोग करें | दिन में कम से कम 3 लिटर पानी जरूर पिये| अधिक से अधिक तरल पदार्थो का सेवन करें |
- नारियल का पानी पत्थरी के लिए एक रामबाण दवा है | रोज़ सुबह उठ कर खाली पेट इसका सेवन करें |
- करेले के जूस का उपयोग करें |इसमें मैग्नीशियम ओर फास्फोरस नामक तत्व होते है जो पत्थरी बनने से रोकते है |
- पका हुआ जामुन का फल भी पत्थरी के इलाज़ के लिए एक कारगर दवा है |
- मूली के पत्तों को पानी में डाल कर उबाल ले और ठंडा होने पर पानी को किसी बर्तन में निकाल ले| इस पानी का उपयोग पीने के लिए दिन में कम से कम 2 से 3 बार करें |
- आंवले के पाउडर को मुली के साथ मिलाकर खाने से भी मूत्राशय की पत्थरी निकल जाती है |
- प्याज में भी किडनी स्टोन को दूर करने के औषधीय गुण पाये जातें है | 70 ग्राम प्याज को पीस कर उसका रस निकाल लें और नियमित रूप से सुबह शाम खाली पेट इसका उपयोग करें | पत्थरी छोटे छोटे टुकड़ो में टूट कर बाहर आने लगेगी|
- जीरे और चीनी को समान मात्रा में मिलाकर चूरन बना ले |दिन में कम से कम 3 बार ठंडे पानी के साथ उपयोग करें ,पत्थरी के लिए उपयोगी सिद्ध होगी|
- आम के पत्तों को सूखा कर प्रीतिदिन 8 ग्राम ठंडे पानी के साथ सेवन करें फायदा होगा |
- चाय ,कॉफी इत्यादि का सेवन कम करें |
- केले का सेवन करें | केले में विटामिन बी-6 होता है जो औक्जेलेट क्रिस्टल बनने से रोकता है और किडनी के स्टोन(Kidney Stone) में फायदेमंद शामिल होता है |
- तुलसी के पत्तों के रस को शहद में मिला कर कम से कम एक महिना उपयोग करें उपयोगी सिद्ध होगा|
- 60 ml नींबू के रस को ओर्गेनिक जैतून के तेल(60 ml) में मिलाकर उपयोग करें दर्द से शीघ्र आराम देगा|
- अंगूर पत्थरी को दूर करने का एक रामबाण इलाज़ है |अंगूर में पॉटेशियम नमक और पानी भरपूर मात्रा में होता है |अंगूर में अलबूमीन और सोडियम क्लोराइड बहुत ही कम मात्रा में होता है, इस कारण अंगूर को पत्थरी के उपचार के लिए फायदेमंद माना जाता है।
डेंगू (Dengue Fever ) | कारण लक्षण और उपाय
डेंगू एक मच्छरों से फेलने वाला बुखार है जो की डेंगू नामक वाइरस से फेलता है | इसके मुख्य लक्षण बुखार, सिर दर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द और शरीर पर एक खास किस्म के चकत्ते पड़ना शामिल है| ये रोग हर साल दुनिया में लगभग 10 करोड़ लोगो की जान लेता है | भारत में भी हर साल इस भयानक बीमारी का तांडव देखने को मिलता है | इस बीमारी से बचाव के लिए अधिक से अधिक जागरूकता फेलाई जानी चाहिए ताकि इस भनायक बीमारी से बचा जा सके|
डेंगू फेलने के कारण :
डेंगू स्पर्श करने ,साथ खाना खाने या साथ बेठने से नहीं फेलता| डेंगू बुखार(Dengue Fever) Aedes aegypti नामक मादा जाती के मच्छर के काटने से होता है| डेंगू ग्रसित व्यक्ति का खून पीने के बाद यदि वही मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है तो वो व्यक्ति भी संक्रिमित हो जाता है|
Aedes aegypti एक विशेष प्रकार की विशेषताओ वाला मच्छर होता है जो इस प्रकार है:
डेंगू के लक्षण :
जोखिम और लक्षणों की शुरुआत के बीच का समय 3 से 14 दिनों का है , लेकिन सबसे अधिक़तर यह 4 से 7 दिनों का होता है | प्रारंभिक लक्षण आम तौर पर हल्के होते हैं हालांकि तेज बुखार भी शामिल हो सकता हैं|
कुछ मुख्य लक्षण है:
डेंगू (Dengue Fever) का इलाज़:
बचाव के उपाय :
डेंगू फेलने के कारण :
डेंगू स्पर्श करने ,साथ खाना खाने या साथ बेठने से नहीं फेलता| डेंगू बुखार(Dengue Fever) Aedes aegypti नामक मादा जाती के मच्छर के काटने से होता है| डेंगू ग्रसित व्यक्ति का खून पीने के बाद यदि वही मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है तो वो व्यक्ति भी संक्रिमित हो जाता है|
Aedes aegypti एक विशेष प्रकार की विशेषताओ वाला मच्छर होता है जो इस प्रकार है:
- यह मच्छर अक्सर दिन में ज्यादा सक्रिय होते है|
- घर में रखे हुये शांत या जमे हुये पानी में प्रजनन करते है |
- पानी सुख जाने के 12 महीनो तक इनके अंडे जीवित रहते है|
- गटर के जमे हुये गंदे पानी में कम प्रजनन करते है |
- यह मच्छर ज्यादा ऊंचाई तक नहीं उड़ते|
- इनके शरीर पर धारिया बनी होती है|
- ये मच्छर ठंडे ओर छावदार स्थान पर रहना पसंद करते है|
- ये मच्छर अक्सर अपने प्रजनन क्षेत्र के 200 मिटर के दायरे में ही उड़ते है|
डेंगू के लक्षण :
जोखिम और लक्षणों की शुरुआत के बीच का समय 3 से 14 दिनों का है , लेकिन सबसे अधिक़तर यह 4 से 7 दिनों का होता है | प्रारंभिक लक्षण आम तौर पर हल्के होते हैं हालांकि तेज बुखार भी शामिल हो सकता हैं|
कुछ मुख्य लक्षण है:
- कंपन के साथ बुखार चढना |
- आंखो में जलन |
- बदन दर्द / शरीर का टूटना |
- भूक का कम लगना |
- उल्टिया या दस्त लगना |
- चमड़ी पर लाल रंग के धब्बे पड़ना |
- गंभीर स्तिथि में आँख, नाक में से खून भी निकल सकता है
डेंगू (Dengue Fever) का इलाज़:
- डेंगू की रोकथाम का सबसे बड़ा इलाज जानकारी और परहेज(Prevention) है |
- डॉक्टर की राय ले ओर नियमित स्वास्थय जांच करवाए |
बचाव के उपाय :
- जानकारी ही बचाव है |
- आसपास पानी इकठा होने ना दें |
- घर में कीटनाशक का छीडकाव नियमित तौर पर करें |
- रात को सोते समय मच्छर दानी का प्रयोग करें |
- ऐसे कपड़ो का इस्तेमाल करें जिनमें शरीर पूरा ढका रहे |
- Platelet Count घटने ना दें ओर खान पान पर विशेष ध्यान दें | kiwi फ्रूट का उपयोग आप platelet count को बढ़ाने के लिए कर सकते है |
- अपने आसपास का वातावरण स्वछ बनाए रखें तथा लोगो को भी इसके लिए प्रोत्साहित करें |
- मच्छर विरोधी उपकरणों electric mosquito bat, repellent cream, sprays etc. का इस्तेमाल करे |
- खिड़की और दरवाजो को बंद करके रखें और बाहर से लाने वाली चीजों को अच्छी तरह साबुन से धोने के बाद ही इस्तेमाल करें |
मुहासों (पिम्पल्स) से प्राकृतिक रूप से छुटकारा | Get Rid of Pimples Naturally
मुहाँसे एक सामान्य त्वचा रोग है जो कई लोगो को प्रभावित करता है| मुहांसों का मुख्य कारण sebaceous glands ( तेल ग्रंथियों ) का बैक्टीरिया से संक्रमित हो जाना हैं ,जिससे वह प्रफुल्लित हो जाती है और उनमे मवाद भर जाती है।
तेल ग्रंथियों द्वारा अतिरिक्त sebum स्राव इस समस्या के पीछे मुख्य कारण है| मुहाँसे आम तौर पर पीठ, कंधे , चेहरे और गर्दन पर होते हैं|
मुहांसों के इलाज के लिए मार्केट में कई तरह के लोशन एवं दवाईया उपलब्ध है परंतु वे समय लेती है या फिर असर ही नहीं करती | कई प्रकार की प्राकृतिक विधियों का इस्तेमाल करके आप मुहांसों से बहुत जल्दी छुटकारा पा सकते है|
पानी :
पानी का उपयोग ज्यादा से ज्यादा मात्रा में करें | दिन में कम से कम 3 लिटर पानी जरूर पिये|
तनाव से बचे और शरीर को पूरा आराम दे|
बर्फ :
बर्फ का उपयोग मुहांसों की लाली कम करने,सूजन कम करने और मुहांसों को फेलने से रोकने के लिए किया जा सकता है| यह प्रभावित क्षेत्र में रक्त परिसंचरण में सुधार लाने में मदद करती है|इसके अलावा ये त्वचा के छिद्रो को कस कर त्वचा पर जमा गंदगी और तेल को दूर करने में मदद करती है| आप आइस क्यूब्स या फिर कुचली हुयी बर्फ का उपयोग अपनी सुविधा अनुसार कर सकते है | इस काम को करने के लिए बर्फ के टुकड़ो को एक कपड़े में बांध ले और प्रभाहीत त्वचा पर कुछ सेकेंड्स के लिए फेरे| कुछ मिनट प्रतीक्षा करें ओर फिर से इस विधि को दोहराए |
नींबू:
मुहाँसे दूर करने का दूसरा सबसे बड़िया तरीका है नींबू का जूस जो की विटामिन C का भरपूर स्त्रोत है |नींबू का रस मुहांसों को जल्दी सूखने में मदद करता है | हमेशा बोतल की व्जाय ताजे नींबू के रस का ही परयोग करें क्यों कि इसमें परिरक्षकों (Preservatives)का उपयोग नहीं होता|
चाय के पेड का तेल :
चाय के पेड़ का तेल मुहांसों के लिए उत्कृष्ट दवा है |इसमें जीवाणु रोधी गुण होते है और बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करते है जो कि त्वचा की समस्याओं का मुख्य कारण है | साथ ही, pimples की लालिमा और सूजन को कम करने, blackheads और whiteheads को सूखने में भी मदद करता है|
टूथपेस्ट :
दैनिक उपयोग में आने वाले टूथपेस्ट को भी आप मुहांसों के इलाज के लिए इस्तेमाल कर सकते है| बर्फ की विधि के साथ ये विधि बहुत कारगीर सीद्ध होती है | सफेद टूथपेस्ट का इस्तेमाल करें और जेल टूथपेस्ट के प्रयोग से बचें।
भाप(स्टीम):
भाप का उपयोग बहुत ही बढ़िया होता है विशेषकर तब जब आप मुहांसों से पीड़ित हो | भाप इंसान की त्वचा के रोम खोल देती है और त्वचा को सांस लेने देती है |ये रोम में से बैक्टीरिया निकाल कर ,तेल और गंदगी से छुटकारा दिलाकर संक्रमण फेलने से रोकती है|
लहसुन:
लहसुन एक एंटीवायरल ,रोधी,एंटीसेप्टिक और एंटीऑक्सीडेंट एजेंट है जो मुहांसों के तेज़ी से उपचार में मदद करता है|लहसुन में मोजूद सल्फर भी मुहांसों को जल्दी ठीक करने में मदद करता है |
तेल ग्रंथियों द्वारा अतिरिक्त sebum स्राव इस समस्या के पीछे मुख्य कारण है| मुहाँसे आम तौर पर पीठ, कंधे , चेहरे और गर्दन पर होते हैं|
मुहांसों के इलाज के लिए मार्केट में कई तरह के लोशन एवं दवाईया उपलब्ध है परंतु वे समय लेती है या फिर असर ही नहीं करती | कई प्रकार की प्राकृतिक विधियों का इस्तेमाल करके आप मुहांसों से बहुत जल्दी छुटकारा पा सकते है|
पानी :
पानी का उपयोग ज्यादा से ज्यादा मात्रा में करें | दिन में कम से कम 3 लिटर पानी जरूर पिये|
तनाव से बचे और शरीर को पूरा आराम दे|
बर्फ :
बर्फ का उपयोग मुहांसों की लाली कम करने,सूजन कम करने और मुहांसों को फेलने से रोकने के लिए किया जा सकता है| यह प्रभावित क्षेत्र में रक्त परिसंचरण में सुधार लाने में मदद करती है|इसके अलावा ये त्वचा के छिद्रो को कस कर त्वचा पर जमा गंदगी और तेल को दूर करने में मदद करती है| आप आइस क्यूब्स या फिर कुचली हुयी बर्फ का उपयोग अपनी सुविधा अनुसार कर सकते है | इस काम को करने के लिए बर्फ के टुकड़ो को एक कपड़े में बांध ले और प्रभाहीत त्वचा पर कुछ सेकेंड्स के लिए फेरे| कुछ मिनट प्रतीक्षा करें ओर फिर से इस विधि को दोहराए |
नींबू:
मुहाँसे दूर करने का दूसरा सबसे बड़िया तरीका है नींबू का जूस जो की विटामिन C का भरपूर स्त्रोत है |नींबू का रस मुहांसों को जल्दी सूखने में मदद करता है | हमेशा बोतल की व्जाय ताजे नींबू के रस का ही परयोग करें क्यों कि इसमें परिरक्षकों (Preservatives)का उपयोग नहीं होता|
- सुखी ओर साफ रूई को नींबू के रस में भिगो कर सोने से पहले मुहांसों पर लगाए|
- आप नींबू के एक चम्मच में एक चम्मच दालचीनी चुरे की मिलाकर मुहांसों पर लगाए ओर सुबह गुनगुने पानी से धो दें | संवेदनशील त्वचा वाले व्यक्ति इस विधि का प्रयोग ना करें|
चाय के पेड का तेल :
चाय के पेड़ का तेल मुहांसों के लिए उत्कृष्ट दवा है |इसमें जीवाणु रोधी गुण होते है और बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करते है जो कि त्वचा की समस्याओं का मुख्य कारण है | साथ ही, pimples की लालिमा और सूजन को कम करने, blackheads और whiteheads को सूखने में भी मदद करता है|
- कॉटन का साफ पीस तेल में भिगो कर प्रभावित त्वचा पर लगाए |15-20 मिनट के बाद मुह धो लें|
- इसके अलावा आप चाय के पेड़ के तेल कि कुछ बुंदों में 1 चमच्च एलोवीरा जेल को मिला कर मुहांसों पर लगाए| इसे 20 मिनट तक सूखने दे ओर फिर मुह धो दें|
टूथपेस्ट :
दैनिक उपयोग में आने वाले टूथपेस्ट को भी आप मुहांसों के इलाज के लिए इस्तेमाल कर सकते है| बर्फ की विधि के साथ ये विधि बहुत कारगीर सीद्ध होती है | सफेद टूथपेस्ट का इस्तेमाल करें और जेल टूथपेस्ट के प्रयोग से बचें।
भाप(स्टीम):
भाप का उपयोग बहुत ही बढ़िया होता है विशेषकर तब जब आप मुहांसों से पीड़ित हो | भाप इंसान की त्वचा के रोम खोल देती है और त्वचा को सांस लेने देती है |ये रोम में से बैक्टीरिया निकाल कर ,तेल और गंदगी से छुटकारा दिलाकर संक्रमण फेलने से रोकती है|
लहसुन:
लहसुन एक एंटीवायरल ,रोधी,एंटीसेप्टिक और एंटीऑक्सीडेंट एजेंट है जो मुहांसों के तेज़ी से उपचार में मदद करता है|लहसुन में मोजूद सल्फर भी मुहांसों को जल्दी ठीक करने में मदद करता है |
बालों की समस्या के लिए आलू के घरेलू नुस्खे | Potato Uses For Hair Problems
आलू हर किसी के खाने की कार्यप्रणाली का एक बुनियादी हिस्सा रहा है। ये दुनिया भर में लगभग हर रसोई घर के भीतर पाया जाता है। किसी को पता है ? आलू का उपयोग सौंद्रय के लिए भी किया जाता है ,लेकिन यह सच है। आप सौंदर्य घटक के रूप में आलू का उपयोग कर सकते हैं।
- आलू को कद्दूकस(कृश) करके उसका पानी निचोड़ ले और एक कटोरी ले कर उसमें एक अंडा ओर दंही मिक्स करें ओर एक गाढ़ा घोल बना लें । इस घोल को बालों कि जड़ो पर लगाए ओर 20 मिनट के लिए छोड़ दे । हल्के गरम पानी ओर नॉर्मल शैम्पू के साथ 20 मिनट बाद इसे धो दे । इस क्रिया को 20 दिन तक प्रयोग करें बाल मजबूत ओर चमकदार होंगे ।
- आलू को छील लें ओर छीलको को पानी में 20 मिनट तक उबाल ले| उबले हुये पानी को किसी बर्तन में निकाल लें| इस पानी का उपयोग बालों को धोने के लिए हर बार करें | बालों का रंग प्राकृतिक काला हो जाएगा।
- क्या आप बाल झड़ने कि समस्या से परेशान है ? इस घरेलू नुसस्के का उपयोग करके आप इस समस्या से समाधान पासकते है| 3 चम्मच आलू के रस में 3 चम्मच अलोवेरा और 21 चम्मच शहद को मिल ले ओर बालों कि जड़ो पर लगाए और 2 घंटो के बाद धो दें|अच्छे परिणामों के लिए एक सप्ताह में दो बार इसे कर सकते हैं।
मोटापा कम करने के प्राकृतिक उपाय | Lose Weight Naturally
मोटापा बढ़ना कई प्रकार कि समस्यायों कि शुरुआत है| मोटापा बढने से डायबीटीज, ब्लडप्रेशर, हार्ट अटैक, ब्रेन स्टोन,
कैंसर, अनिद्रा, जोडों और घुटनों का दर्द जैसी कई
गंभीर बीमारियां शुरू हो जाती हैं। मोटापा कम करने
के लिए हमे अपने डाइट प्लान को ध्यान में रखना चाहिए। समय पर खाना चाहिए, डाइट संतुलित मात्रा में लेनी चाहिए। डाइट में प्रोटीन, विटामिन, कार्बोहाइडेट की
प्रचुर मात्रा का होना अति आवश्यक है।
हर व्यक्ति को प्रतिदिन 2500 प्रति कैलोरी डाइट हर रोज लेनी चाहिए। तभी हमारा शरीर स्वस्थ्य रहेगा। जंक और फास्ट फूड खाने से बचना चाहिए । खाने में हरी और पत्तेदार सब्जियों का प्रयोग ज्यादा से ज्यादा करना चाहिए । खाने में सलाद का प्रयोग प्रचुर मात्रा में करें एवं ज्यादा से ज्यादा पानी पियें।
मोटापा कम करने के उपाए:
- प्रतिदिन सुबह-सुबह एक गिलास ठंडे पानी में दो चम्मच शहद घोलकर पीने से शरीर से वसा की मात्रा कम होती है।
- गेहूं के आटे की चपाती बंद करके जौ और चने के आटे की चपाती लेना शुरू करें। जौ और चने में कार्बोहाइड्रेट पदार्थ होते हैं जो आसानी से पच जाते हैं।
- नीबूं का रस गुनगुने पानी में निचोड़कर पीने से भोजन अच्छे से पचता है और शरीर भी हल्का लगता है। शर्दियों में लेमन टी पीने से पेट में गैस नहीं बनती।
- मौसमी हरी सब्जियों का प्रयोग अधिक से अधिक करें। मौसमी सब्जियां जैसे - मेथी, पालक, बथुआ, चौलाई साग हैं। इनमें कैल्शियम अधिक मात्रा में होता है।
- कम उर्जा वाले वयंजनों का सेवन करें। जैसे भूने चने, मूंग दाल, दलिया आदि का सेवन करें। इनमें फैट कम होता है।
- सुबह नाश्ते में अंकुरित अनाज लीजिए। मूंग, चना और सोयाबीन को अंकुरित करके खाने से से उनमें मौजूद पोषक तत्वों की मात्रा दोगुनी हो जाती है।
- यदि आप मांसाहारी हैं तो तला हुआ मांस खाएं जिसमें तेल और घी जैसे चिकनाईयुक्त पदार्थ कम मात्रा में हो। रेड मीट बिलकुल न खायें।
- अधिक चिकनाईयुक्त दूध, बटर तथा इससे बने पनीर का सेवन बंद कर दें। क्योंकि इनमें वसा ज्यादा मात्रा में होता है जो कि मोटापे का कारण बन सकता है।
- फास्ट फूड, जंक फूड, कचौरी, समोसे, पिज्जा बर्गर न खाएं। कोल्ड ड्रिंक न पिएं, क्योंकि कोल्डा ड्रिंक की 500 मिलीलीटर मात्रा में 20 चम्मच शुगर होती है जिससे मोटापा बढ़ता है।
- सोयाबीन का सेवन कीजिए। इसमें ज्यादा मात्रा में प्रोटीन होता है और इसमें पाया जाने वाला आइसोफ्लेवंस नामक प्रोटीन शरीर से चर्बी को कम करता है।
- दही का सेवन करने से शरीर की फालतू चर्बी घटती है। मटठे का भी सेवन दिन में दो-तीन बार करें।
- दो बडे चम्मच मूली के रस शहद में मिलाकर बराबर मात्रा में पानी के साथ पिएं, ऐसा करने से माह के बाद मोटापा कम होने लगेगा।
- व्यायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल कीजिए। व्यायाम जैसे - साइकलिंग, जॉगिंग, सीढी़ चढ़ना-उतरना, रस्सी कूदना, टहलना, घूमना इस प्रकार के व्यायाम नियमित रूप से करने से वजन घटाया जा सकता है।
फूटा घड़ा | हिन्दी कहानी
बहुत समय पहले की बात हे किसी गाँव में एक किसान रहता था| वह रोज़
भोर में उठ कर दूर झरनो से स्वच्छ पानी लेने जाया करता था|
इस काम के लिए वह अपने साथ दो बड़े घड़े ले जाता था जिन्हे वह डंडे में बांध कर अपने
कंधे पर दोनों ओर लटका लेता था|
उनमें से एक घड़ा कंही से फूटा हुआ था और दूसरा एकदम सही था| इस वजह
से रोज़ घर पहुँचते-पहुँचते किसान के पास डेढ़ घड़ा पानी ही बच पाता था| ऐसा 2 सालों से चल रहा था| सही
घड़े को इस बात का घमंड था कि वह पूरा पानी घर पहुंचाता है और उसके अंदर कोई कमी नहीं
है| वंही दूसरी तरफ फूटा घड़ा इस बात से शर्मिंदा रहता था कि वह
आधा पानी ही घर तक पहुंचा पाता है और किसान कि मेहनत बेकार चली जाती है| फूटा घड़ा यह सब सोच कर बहुत परेशान रहने लगा और एक दिन उससे रहा नहीं गया, उसने किसान से कहा,”मै खुद पर शर्मिंदा हूँ और आपसे
क्षमा मांगना चाहता हूँ |”
“क्यों?” किसान ने पूछा ,”तुम
किस बात से शर्मिंदा हो?” “शायद आप नहीं जानते मै एक जगह से फूटा
हुआ हूँ और पिछले 2 सालों में मुझे जितना पानी घर पहुंचाना चाहिए था बस उसका आधा ही
पहुंचा पाया हूँ , मेरे अंदर यह बहुत बड़ी कमी है ओर इसी वजह से
आपकी मेहनत बर्बाद होती रही है|” फूटे घड़े ने दुखी होते हुये
कहा|
किसान को घड़े कि बात सुन कर थोड़ा दुख हुआ और वह बोला,”कोई बात
नहीं, मै चाहता हूँ कि आज लौटते वक़्त तुम रास्ते में पड़ने वाले
सुंदर फूलों को देखो|”
घड़े ने वैसा ही किया, वह रास्ते भर सुंदर फूलों को देखता आया| ऐसा करने से उसकी उदासी कुछ दूर हुयी पर घर पहुँचते-पहुँचते फिर उसके अंदर
से आधा पानी गिर चुका था| वह मायूस हो गया और किसान से क्षमा
मांगने लगा|
किसान बोला, ”शायद तुमने ध्यान नहीं
दिया पूरे रास्ते में जीतने भी फूल थे बस तुम्हारी तरफ ही थे,सही घड़े कि तरफ एक भी फूल नहीं था| ऐसा इसलिए क्योंकि
मै हमेशा से तुम्हारे अंदर कि कमी को जनता था और मैने उसका लाभ उठाया| मैने तुम्हारी तरफ वाले रास्ते पर रंग बिरंगे फूलों के बीज बो दिये थे| तुम रोज़ थोड़ा थोड़ा पानी उन्हे सिंचते रहे और पूरे रास्ते को इतना सुंदर बना
दिया| आज तुम्हारी वजह से ही में इन फूलों को भगवान को अर्पित
कर पाता हूँ और अपना घर सुंदर बना पाता हूँ| तुम्ही सोचो अगर
तुम जैसे हो वैसे नहीं होते तो भला क्या मै यह सब कुछ कर पाता?”
दो मुंह वाला व्यक्ति एक सोता है तो दूसरा है जगता
इंग्लैंड: दुनिया में काफी अजीबो गरीब किस्से देखने और सुनने को मिलते हैं कभी एक शरीर और दो सिर जुड़े हुए ।एेसा ही एक मामला इंग्लैंड में रहने वाले एडवर्ड मोर्दकै जो अपने दो मुंह वाले सिर से काफी परेशान थे क्योंकि उनका दो मुंह वाला सिर अगर एक सोता था तो दूसरा छींकता था और उनका दूसरा मुंह छींकने और हंसने के इलावा कोई भी प्रतिक्रयाएं नहीं करता था।
लोगों ने तो मोर्दकै के दूसरे मुंह को शैतान का रुप कहना शुरु कर दिया था । यही नहीं मोर्दकै ने दूसरे सिर को अपने से अलग करने के लिए डॉक्टर से भी कहा लेकिन कोई भी डॉक्टर उनके दूसरे मुंह की सर्जरी करने के लिए तैयार नही हुआ।अपने दो चेहरों से परेशान होकर एडवर्ड मोर्दकै ने 23 वर्ष की आयु में आत्महत्या कर ली और लोगों का मानना हैं उसके मरने के बाद उसका शैतानी चेहरा कुछ फुसफुसाने लगा था।
लोगों ने तो मोर्दकै के दूसरे मुंह को शैतान का रुप कहना शुरु कर दिया था । यही नहीं मोर्दकै ने दूसरे सिर को अपने से अलग करने के लिए डॉक्टर से भी कहा लेकिन कोई भी डॉक्टर उनके दूसरे मुंह की सर्जरी करने के लिए तैयार नही हुआ।अपने दो चेहरों से परेशान होकर एडवर्ड मोर्दकै ने 23 वर्ष की आयु में आत्महत्या कर ली और लोगों का मानना हैं उसके मरने के बाद उसका शैतानी चेहरा कुछ फुसफुसाने लगा था।
बॉडी फ़ेक्ट्स | मानव शरीर
मनुष्य की नाक 50,000 अलग-अलग गंधो को याद रख सकती है|
एक वयस्क इंसान लगभग 7,000,000,000,000,000,000,000,000,000 परमाणुओं से बना होता है|
एक बच्चे में वयस्क की तुलना में 60 से अधिक से हड्डीया ज्यादा होती है|
एक वयस्क मानव शरीर में रक्त वाहिकाओं की लंबाई लगभग 1,00,000 मील होती है|
एक औसत व्यक्ति अपने जीवनकाल में लार के लगभग 25,000 quarts, पैदा करता है जो तकरीबन दो स्विमिंग पूल को भरने के लिए पर्याप्त है|
मनुष्य के शरीर में इतना लोहा होता है की उस से 3 इंच लंबी कील बनाई जा सकती है|
मानव शरीर में सबसे मजबूत मांसपेशी masseter (जबड़े की मांसपेशी) है ।
पसीना गंध रहित होता है परंतु त्वचा पर पाए जाने वाले जीवाणुओं के साथ मिल कर शरीर की गंध पैदा करता है|
शरीर पर अत्यधिक बालों का होना उच्च बुद्धि से जुड़ा हुआ है|
कान और नाक का बढ़ना कभी बंद नहीं होता|
उंगलियों के निशान के भांति हर मनुष्य के जीभ का प्रिंट भी अलग होता है|
जागा हुया मानव मस्तिष्क एक छोटे से प्रकाश बल्ब की शक्ति के लिए पर्याप्त बिजली का उत्पादन कर सकता है|
मानव हड्डीया स्टील की तुलना में मजबूत होती है|
नीली आंखों वाले लोगो में तेज शराब को पीने की सहनशीलता ज्यादा होती है|
मानव आंख लगभग 10 लाख विभिन्न रंगो में भेद कर सकती है|
यदि मानव आँख एक डिजिटल कैमरा होती तो ये केमरा लगभग 576 मेगापिक्सल का होता|
हमारे शरीर में सभी बैक्टीरिया का वजन सामूहिक रूप से लगभग 4 पाउंड होता है|
मानव शरीर प्रति दिन में एक लीटर बलगम की ( 0.26 gal ) पैदा करता है
कैंसर के 100 से भी अधिक प्रकार होते है जो शरीर के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकते है|
दिमाग अपने शरीर के कुल ऑक्सीजन और रक्त का 20% का उपयोग करता है|
मानव हड्डीया 31% पानी से बनी होती है|
दुनिया की आबादी से भी ज्यादा मनुष्य के मुह में बैक्टीरिया पाया जाता है|
मनुष्य का दिल प्रतिदिन एक ट्रक को 20 मील (32 किलोमीटर) ड्राइव करने जितनी पर्याप्त ऊर्जा पैदा करता है।
अपने बिस्तर के नीचे धूल के अधिकांश कण वास्तव में अपनी ही मृत त्वचा के होते है|
जो एंजाइम खाना पचाने में आपकी मदद करते है वो एंजाइम ही मौत के तीन दीनों के भीतर आपके शरीर को खाना शुरू कर देते है|
हर रात 7 घंटे से कम सोना आपके जीवन प्रत्याशा कम कर देता है|
एक जीवन में , दिमाग दीर्घकालिक स्मृति में जानकारी के रूप में कई करोड़ शंख के रूप में 1 (1 मिलियन अरब डॉलर) अलग अलग बिट्स की जानकारी याद रख सकता है|
मनुष्य का दिल अपने संपूरन जीवन काल में 1.5 लाख बेरल रक्त पम्प करता है जो लगभग 200 ट्रेन टेंक कारो को भरने के लिए प्रायप्त है|
"डैथ एक्सपिरियन्स" | मौत से पहले
दक्षिण कोरिया आत्महत्या के मामले में विश्व में दूसरे नंबर
पर है| इस देश में 40 लोग
रोजाना दबाब भरी ज़िंदगी से तंग आ कर अपना जीवन खो देते है| इसी
के मद्देनज़र स्कूलो में “डैथ एक्सपिरियन्स “ कार्यकर्म लॉंच किया गया है ताकि डिप्रेशन झेल रहे लोग मौत का अनुभव कर
सकें| बच्चों को ताबूत में लेटा कर उनकी तस्वीरों के साथ
नकली शव यात्रा निकली जाती है |
प्रतिभागियों को एक नकली अंतिम संस्कार का अनुभव प्रदान किया जाता है जिसमें वे अपने रिश्तेदारों को पत्र लिखते है ,अपनी वसीयत लिखते है और ताबूत में बंद हो जाते है |
मार्च में भी शिक्षा मंत्रालय द्व्वारा एक स्मार्टफोन एप्लिकेशन को विकसित किया गया है जो स्टूडेंट्स के सोश्ल मीडिया पोस्ट,संदेशों ओर आत्महत्या से संबंधित सर्च किए गए शब्दो को फिल्टर कर आत्मघाती जोखिम की जानकारी माता-पिता को उपलब्ध करवाता है |
प्रतिभागियों को एक नकली अंतिम संस्कार का अनुभव प्रदान किया जाता है जिसमें वे अपने रिश्तेदारों को पत्र लिखते है ,अपनी वसीयत लिखते है और ताबूत में बंद हो जाते है |
मार्च में भी शिक्षा मंत्रालय द्व्वारा एक स्मार्टफोन एप्लिकेशन को विकसित किया गया है जो स्टूडेंट्स के सोश्ल मीडिया पोस्ट,संदेशों ओर आत्महत्या से संबंधित सर्च किए गए शब्दो को फिल्टर कर आत्मघाती जोखिम की जानकारी माता-पिता को उपलब्ध करवाता है |