दात | लघु हिन्दी कहानी

Posted by अटपटी ख़बरे

बहुत से लोग बाबा जी के डेरे में आ जा रहे थे | उनमें से ज़्यादातर वो लोग थे जिन के घर पर पुत्र नहीं थे| श्रधालुयों के बीच बैठे बाबा जी सबको पुत्र होने का आश्रिवाद दे रहे थे | तभी बाबा जी के मोबाइल की घंटी बजी और उन्हे पता चला की अस्पताल में उनकी बीवी ने तीसरी बेटी को जन्म दिया है | जल्दी ही पुत्रो का आश्रिवाद देने वाले बाबा जी चिंतित मन से अस्पताल के लिए रवाना हो गए…….

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