मनुष्य के स्वार्थ का पता आप बस इसी बात से लगा सकते है की गाय को सारी ज़िंदगी माँ की तरह पूजते है और जब वो दूध देना बंद कर देती है तो लोग उन्हे भटकने के लिए छोड़ देते है। लेकिन कुछ लोग न केवल गोसेवा करके पुण्य के भागी बन रहे है बल्कि अपने जीवन स्तर को भी सुधार रहे है।
हरियाणा के गाँव लाडवा के लोगो की सोच आपको सोचने पर मजबूर कर देगी की दूध ना देने वाली गायों से भी आप उतनी ही कमाई कर सकते है जितनी की दूध देने वाली गायों से। इन लोगो ने पैसा कमाने के लिए उन गायों को चुना है जिन्हे लोग दूध न देने के कारण लावारिस छोड़ देते है।
एक गाय औसतन 10 किलो गौबर व 10 लिटर मूत्र देती है । 10 किलो से लगभग 7 किलो खाद बन जाती है। ये लोग पहले गाय के गोबर से बायो गैस बनाते है और फिर बायो गैस से निकले वेस्ट से जैविक खाद बनाई जाती है। ये खाद लगभग 35 रूपय प्रति किलो के हिसाब से बेची जाती है। इसके अलावा गाय के मूत्र से कीटनाशक एवं अर्क बनाए जाते है जो विभिन्न दवाओ को बनाने के लिए उपयोग किए जाते है। इसकी बाजार में 100 रूपय प्रति लिटर तक भी बिक्री की जाती है।
इस बिजनेस के लिए इन्हे कोई भी गाय खरीदनी नहीं पड़ती और चारे पर 50 रूपय /प्रति गाय खर्चा आता है।
इसके विपरीत यदि आप एक अच्छी गाय खरीदना चाहे तो ये लगभग 50000-150000 के बीच मिल पाती है। इसके अलावा सपलीमेंट और रख रखाव का खर्चा ही लाखो रूपय होते है।
हरियाणा के गाँव लाडवा के लोगो की सोच आपको सोचने पर मजबूर कर देगी की दूध ना देने वाली गायों से भी आप उतनी ही कमाई कर सकते है जितनी की दूध देने वाली गायों से। इन लोगो ने पैसा कमाने के लिए उन गायों को चुना है जिन्हे लोग दूध न देने के कारण लावारिस छोड़ देते है।
एक गाय औसतन 10 किलो गौबर व 10 लिटर मूत्र देती है । 10 किलो से लगभग 7 किलो खाद बन जाती है। ये लोग पहले गाय के गोबर से बायो गैस बनाते है और फिर बायो गैस से निकले वेस्ट से जैविक खाद बनाई जाती है। ये खाद लगभग 35 रूपय प्रति किलो के हिसाब से बेची जाती है। इसके अलावा गाय के मूत्र से कीटनाशक एवं अर्क बनाए जाते है जो विभिन्न दवाओ को बनाने के लिए उपयोग किए जाते है। इसकी बाजार में 100 रूपय प्रति लिटर तक भी बिक्री की जाती है।
इस बिजनेस के लिए इन्हे कोई भी गाय खरीदनी नहीं पड़ती और चारे पर 50 रूपय /प्रति गाय खर्चा आता है।
इसके विपरीत यदि आप एक अच्छी गाय खरीदना चाहे तो ये लगभग 50000-150000 के बीच मिल पाती है। इसके अलावा सपलीमेंट और रख रखाव का खर्चा ही लाखो रूपय होते है।
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