हम सभी एक सुखी और खुशहाल ज़िंदगी चाहते है। हम सब को ये भी मालूम है कि सकारात्मक रवैया अपनाकर ही हम ऐसा कर सकते है। लेकिन किसी न किसी कारणवश हम नकारात्मक पक्ष की ओर खिचे चले जाते है। कैसे हम एक दैनिक आदत के रूप में और एक अधिक सकारात्मक रवैया स्थापित करने के बारे में जान सकते है? यन्हा तक कि कभी-कभी सकारात्मक रवैया के बारें में लेख लिखने वालो के लिए भी सकारात्मक रवैया अपनाना कठिन हो जाता है।
इंसान अक्सर दुनिया को एक नाकारात्मक रवैये से देखता है और बुराईयो पर अपना ध्यान केन्द्रित करके सभी अच्छाईयो को नजरअंदाज करता है। और ऐसा खासकर तभी होता है जब कुछ भी वेसा नहीं होता जैसा आपने सोचा होता है। यन्हा तक कि यह मेरे लिए भी एक सकारात्मक सोच रखना एक संघर्ष सा प्रतीत हो रहा है।
आपकी ज़िंदगी में बहुत से मौड़ आते है जो आपको खुशियो की तरफ ले जा सकते है। ज़िंदगी में बहुत से उतार-चढ़ाव भी आते है। बहुत सी चुनौतिया भी आती है। बहुत से प्रेरणास्त्रोत भी आते है। और ऐसे अद्भुत अनुभव आप तभी अनुभव कर सकते है जब आपने सकारात्मक और सुखी जीवन जीने के बारें में सोच लिया हो।
खुशी एक विकल्प है।
इस बात को हमेशा ध्यान में रखे की खुशी एक विकल्प है। दुनिया में दो ही तरह के लोग है या तो सुखी या फिर दुखी। दुखी रहकर आप अपने दुख को सुख में नहीं बदल सकते। इसलिए निराशा में भी आशा ढूंढिए। ये आप पर निर्भर करता है की आप दुखी रहकर अपना बुरा वक़्त व्यतीत करते है या फिर उस बुरे वक़्त को भी खुशियों में परिवर्तित कर लेते है।
नकारात्मकता को अपने जीवन से छुटकारा दें।
यदि आप एक खुशहाल, सकारात्मक ज़िंदगी जीना चाहते है तो भी आप बहुत सी परेशानियों से गुजरते है क्यों कि आप हमेशा नाकारात्मक सोच वालें लोगो से घिरे रहते है। हमेशा सकारात्मक सोच वालें लोगो से जुड़े। वो आपकी सकारात्मक सोच को बढ़ावा देंगे।
ना केवल नाकारात्मक सोच वाले व्यक्ति बल्कि नाकारत्मक छीजो को भी त्यागे।
जीवन को सकारात्मक रूप से देखो।
हर चीज का एक सकारात्मक पहलु होता है। हर व्यक्ति में, हर परस्थिति में कुछ न कुछ अच्छा जरूर होता है। हम अक्सर इसे अनदेखा करते है परंतु हमे इसे ध्यान में रखना चाहिए।
अच्छा या बुरा हर अनुभव हुमे कुछ न कुछ सिखाता है। आप बुरे अनुभवो से भी कुछ न कुछ सीख सकते है। बस जरूरत है तो उसे उसमें से ढूंढ निकालने की। ये मुश्किल हो सकता है परंतु असंभव नहीं।
खुद में सकारात्मकता को सुदृढ़ करें।
यदि आप ने खुद में एक सकारात्मक रवैया अपनाना शुरू कर दिया तो आप देखेंगे की आप के साथ सब साकारात्मक होने लगता है। यध्यपी आपको ऐसा करने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ सकती है। अपने आप के साथ हमेशा ईमानदार रहें। आप जो कुछ भी करें उसके सकारात्मक पक्ष के बारें में सोचे। अपनी ऊर्जा को नाकारात्मक सोचने के बजाय सकारात्मक सोचने में लगाए।
दूसरों के साथ खुशिया बाटें।
आपको न केवल अपने लिए बल्कि दूसरों के प्रति भी सकारात्मक रवैया अपनाना चाहिए। आपको अपनी इस सकारात्मका को पूरे विश्व के साथ बांटना है। दूसरी के चेहरे पर लायी गयी एक छोटी सी खुशी भी आपके चेहरे ,मन और हृदय में एक बड़ी मुस्कान ला सकती है
इंसान अक्सर दुनिया को एक नाकारात्मक रवैये से देखता है और बुराईयो पर अपना ध्यान केन्द्रित करके सभी अच्छाईयो को नजरअंदाज करता है। और ऐसा खासकर तभी होता है जब कुछ भी वेसा नहीं होता जैसा आपने सोचा होता है। यन्हा तक कि यह मेरे लिए भी एक सकारात्मक सोच रखना एक संघर्ष सा प्रतीत हो रहा है।
आपकी ज़िंदगी में बहुत से मौड़ आते है जो आपको खुशियो की तरफ ले जा सकते है। ज़िंदगी में बहुत से उतार-चढ़ाव भी आते है। बहुत सी चुनौतिया भी आती है। बहुत से प्रेरणास्त्रोत भी आते है। और ऐसे अद्भुत अनुभव आप तभी अनुभव कर सकते है जब आपने सकारात्मक और सुखी जीवन जीने के बारें में सोच लिया हो।
खुशी एक विकल्प है।
इस बात को हमेशा ध्यान में रखे की खुशी एक विकल्प है। दुनिया में दो ही तरह के लोग है या तो सुखी या फिर दुखी। दुखी रहकर आप अपने दुख को सुख में नहीं बदल सकते। इसलिए निराशा में भी आशा ढूंढिए। ये आप पर निर्भर करता है की आप दुखी रहकर अपना बुरा वक़्त व्यतीत करते है या फिर उस बुरे वक़्त को भी खुशियों में परिवर्तित कर लेते है।
नकारात्मकता को अपने जीवन से छुटकारा दें।
यदि आप एक खुशहाल, सकारात्मक ज़िंदगी जीना चाहते है तो भी आप बहुत सी परेशानियों से गुजरते है क्यों कि आप हमेशा नाकारात्मक सोच वालें लोगो से घिरे रहते है। हमेशा सकारात्मक सोच वालें लोगो से जुड़े। वो आपकी सकारात्मक सोच को बढ़ावा देंगे।
ना केवल नाकारात्मक सोच वाले व्यक्ति बल्कि नाकारत्मक छीजो को भी त्यागे।
जीवन को सकारात्मक रूप से देखो।
हर चीज का एक सकारात्मक पहलु होता है। हर व्यक्ति में, हर परस्थिति में कुछ न कुछ अच्छा जरूर होता है। हम अक्सर इसे अनदेखा करते है परंतु हमे इसे ध्यान में रखना चाहिए।
अच्छा या बुरा हर अनुभव हुमे कुछ न कुछ सिखाता है। आप बुरे अनुभवो से भी कुछ न कुछ सीख सकते है। बस जरूरत है तो उसे उसमें से ढूंढ निकालने की। ये मुश्किल हो सकता है परंतु असंभव नहीं।
खुद में सकारात्मकता को सुदृढ़ करें।
यदि आप ने खुद में एक सकारात्मक रवैया अपनाना शुरू कर दिया तो आप देखेंगे की आप के साथ सब साकारात्मक होने लगता है। यध्यपी आपको ऐसा करने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ सकती है। अपने आप के साथ हमेशा ईमानदार रहें। आप जो कुछ भी करें उसके सकारात्मक पक्ष के बारें में सोचे। अपनी ऊर्जा को नाकारात्मक सोचने के बजाय सकारात्मक सोचने में लगाए।
दूसरों के साथ खुशिया बाटें।
आपको न केवल अपने लिए बल्कि दूसरों के प्रति भी सकारात्मक रवैया अपनाना चाहिए। आपको अपनी इस सकारात्मका को पूरे विश्व के साथ बांटना है। दूसरी के चेहरे पर लायी गयी एक छोटी सी खुशी भी आपके चेहरे ,मन और हृदय में एक बड़ी मुस्कान ला सकती है
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