रूसी एक आम खोपड़ी विकार है। यह सूखी त्वचा, तकलीफ़देह तेल , जीवाणुओं या कवक के विकास, सूजी हुयी त्वचा की स्थिति और अन्य कारकों के कारण हो सकता है। यह खोपड़ी पर सूखी त्वचा के गुच्छो के
अत्यधिक गठन के साथ -साथ खुजली का कारण भी बनता है । बालो के लिए एक स्वस्थ दिनचर्या अपना कर आप इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। कुछ सरल प्राकृतिक घरेलू उपचार की कोशिश कर सकते जो उपचार के परिणाम दिखाने के लिए समय तो लेंगे लेकिन वे प्रभावी ढंग से पूरी तरह समस्या का इलाज कर सकते हैं।
नीम के पत्ते:
नीम कि पत्तिया न केवल रूसी से छुटकारा पाने में आपकी मदद करी है बल्कि बालों से संबन्धित अन्य समस्याओ जैसे कि बालों का झड़ना, सिर पर होने वाले मुहांसों और सिर पर होने वाली जलन इत्यादि को भी कम करने में मदद करती है।
पानी के चार कप में नीम के पत्तों का एक मुट्ठी उबाल लें। मिश्रण को ठंडा होने पर छान ले। इस काढ़े का प्रयोग
बालों को धोने के लिए एक हफ्ते में दो से तीन बार इस्तेमाल करें।
नारियल का तेल:
नारियल तेल अपने रोधी गुण की वजह से रूसी खत्म करने में मदद करता है। यह सूखी खोपड़ी को नमी प्रदान करके खुजली से राहत देता है ।कुछ नारियल तेल ले और उस में नींबू के रस की आधी राशि मिश्रित करें। इस मिश्रण कि कुछ मिनटो तक अपनी खोपड़ी पर मालिश करें। इस उपाय का उपयोग सप्ताह में दो से तीन बार करें।
सेब का सिरका:
सी से छुटकारा प्राप्त करने में सेब का सिरका एक प्रभावी उपचार है। खोपड़ी के पीएच(pH) संतुलन को पुनर्स्थापित करता है और खमीर के विकास को रोकता है। यह भी एक प्राकृतिक बाल विशुद्धक के रूप में काम करता है और बालों के रोम साफ करने में मदद करता है।सेब के सिरके के दो बड़े चम्मच ले और एक समान पानी की मात्रा के साथ चाय के पेड़ के तेल की 15-20 बूंदों मिलाएं। कुछ समय इसे अपनी खोपड़ी पर रगड़े और फिर पानी से इसे धो दें। इस उपाय का उपयोग सप्ताह में दो से तीन बार करें।
बेकिंग सोडा:
बेकिंग सोडा मृत त्वचा कोशिकाओं को हटाने में मदद करता है और अतिरिक्त तेल को सोख लेता है। यह भी खोपड़ी के पीएच लेवेल को संतुलित करके ,कवक के विकास को कम करता है जो जी रूसी का मुख्य कारण है।
अपने बालों पर गरम पानी डालने के बाद एक मुट्ठी बेकिंग सोडा लेकर अपने सिर पर रगड़े। कुछ देर के बाद गर्म पानी से बालों को अच्छी तरह से धो ले। इस उपाय का उपयोग भी आप सप्ताह में दो से तीन बार करें।
नोट: इस उपाय के बाद कृपया शैम्पू का उपयोग न करें।
सफेद सिरका :
सफेद सिरका रूसी के लिए सबसे अच्छे घरेलू उपचरो में से एक है । सिरके में मौजूद एसिटिक सिर पर कवक के विकास को रोकता है और खुजली से राहत मिलती है। दो कप पानी में आधा कप सफ़ेद सिरका डालें। अपने बालों को शैम्पू करने के बाद इस मिश्रण से धो दें।
एक अन्य विकल्प में दो भाग सफेद सिरका , एक भाग जैतून का तेल और तीन भाग पानी का मिश्रण के साथ अपने सिर की मालिश करें। इसे 10 मिनट तक अपने सिर पर रखने के बाद किसी हल्के शैम्पू से इसे धो दें। एक सप्ताह में एक से दो बार इन उपायों में से किसी एक का पालन करें।
जैतून का तेल :
जैतून के तेल का इस्तेमाल एक प्रभावी प्राकृतिक मॉइस्चराइज़र के रूप में करके आप खोपड़ी के सूखेपन को कम कर सकत है।
जैतून के तेल को हल्का गर्म करें और अपनी खोपड़ी पर इसे रगड़े और फिर एक गर्म तौलिया में अपने बालों को लपेट लें। इसे कम से कम 45 मिनट या पूरी रात के लिए छोड़ दें और शैम्पू की मदद से धो लें। एक सप्ताह में इस उपाय को कई बार दोहराएँ।
मेथी के दाने:
मेथी के दानो के 2-3 बड़े चम्मच ले कर इसे पूरी रात पानी में भीगने के लिए छोड़ दें। सुबह मेथी के दानो को पानी से निचोड़ ले और उन्हे पीस कर एक पेस्ट तैयार कर ले। इस पेस्ट को अपनी खोपड़ी पर लगाए और कुछ घंटो के लिए छोड़ दे। उसके बाद शैम्पू के इस्तेमाल से इसे धो दे । दें। एक सप्ताह में एक से दो बार इस उपाय का पालन करें।
इन उपायो का उपयोग करते हुये धैर्य रखे। आप अपनी सुविधा अनुसार किसी एक उपाय का उपयोग कर सकते है।
अत्यधिक गठन के साथ -साथ खुजली का कारण भी बनता है । बालो के लिए एक स्वस्थ दिनचर्या अपना कर आप इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। कुछ सरल प्राकृतिक घरेलू उपचार की कोशिश कर सकते जो उपचार के परिणाम दिखाने के लिए समय तो लेंगे लेकिन वे प्रभावी ढंग से पूरी तरह समस्या का इलाज कर सकते हैं।
नीम के पत्ते:
नीम कि पत्तिया न केवल रूसी से छुटकारा पाने में आपकी मदद करी है बल्कि बालों से संबन्धित अन्य समस्याओ जैसे कि बालों का झड़ना, सिर पर होने वाले मुहांसों और सिर पर होने वाली जलन इत्यादि को भी कम करने में मदद करती है।
पानी के चार कप में नीम के पत्तों का एक मुट्ठी उबाल लें। मिश्रण को ठंडा होने पर छान ले। इस काढ़े का प्रयोग
बालों को धोने के लिए एक हफ्ते में दो से तीन बार इस्तेमाल करें।
नारियल का तेल:
नारियल तेल अपने रोधी गुण की वजह से रूसी खत्म करने में मदद करता है। यह सूखी खोपड़ी को नमी प्रदान करके खुजली से राहत देता है ।कुछ नारियल तेल ले और उस में नींबू के रस की आधी राशि मिश्रित करें। इस मिश्रण कि कुछ मिनटो तक अपनी खोपड़ी पर मालिश करें। इस उपाय का उपयोग सप्ताह में दो से तीन बार करें।
सेब का सिरका:
सी से छुटकारा प्राप्त करने में सेब का सिरका एक प्रभावी उपचार है। खोपड़ी के पीएच(pH) संतुलन को पुनर्स्थापित करता है और खमीर के विकास को रोकता है। यह भी एक प्राकृतिक बाल विशुद्धक के रूप में काम करता है और बालों के रोम साफ करने में मदद करता है।सेब के सिरके के दो बड़े चम्मच ले और एक समान पानी की मात्रा के साथ चाय के पेड़ के तेल की 15-20 बूंदों मिलाएं। कुछ समय इसे अपनी खोपड़ी पर रगड़े और फिर पानी से इसे धो दें। इस उपाय का उपयोग सप्ताह में दो से तीन बार करें।
बेकिंग सोडा:
बेकिंग सोडा मृत त्वचा कोशिकाओं को हटाने में मदद करता है और अतिरिक्त तेल को सोख लेता है। यह भी खोपड़ी के पीएच लेवेल को संतुलित करके ,कवक के विकास को कम करता है जो जी रूसी का मुख्य कारण है।
अपने बालों पर गरम पानी डालने के बाद एक मुट्ठी बेकिंग सोडा लेकर अपने सिर पर रगड़े। कुछ देर के बाद गर्म पानी से बालों को अच्छी तरह से धो ले। इस उपाय का उपयोग भी आप सप्ताह में दो से तीन बार करें।
नोट: इस उपाय के बाद कृपया शैम्पू का उपयोग न करें।
सफेद सिरका :
सफेद सिरका रूसी के लिए सबसे अच्छे घरेलू उपचरो में से एक है । सिरके में मौजूद एसिटिक सिर पर कवक के विकास को रोकता है और खुजली से राहत मिलती है। दो कप पानी में आधा कप सफ़ेद सिरका डालें। अपने बालों को शैम्पू करने के बाद इस मिश्रण से धो दें।
एक अन्य विकल्प में दो भाग सफेद सिरका , एक भाग जैतून का तेल और तीन भाग पानी का मिश्रण के साथ अपने सिर की मालिश करें। इसे 10 मिनट तक अपने सिर पर रखने के बाद किसी हल्के शैम्पू से इसे धो दें। एक सप्ताह में एक से दो बार इन उपायों में से किसी एक का पालन करें।
जैतून का तेल :
जैतून के तेल का इस्तेमाल एक प्रभावी प्राकृतिक मॉइस्चराइज़र के रूप में करके आप खोपड़ी के सूखेपन को कम कर सकत है।
जैतून के तेल को हल्का गर्म करें और अपनी खोपड़ी पर इसे रगड़े और फिर एक गर्म तौलिया में अपने बालों को लपेट लें। इसे कम से कम 45 मिनट या पूरी रात के लिए छोड़ दें और शैम्पू की मदद से धो लें। एक सप्ताह में इस उपाय को कई बार दोहराएँ।
मेथी के दाने:
मेथी के दानो के 2-3 बड़े चम्मच ले कर इसे पूरी रात पानी में भीगने के लिए छोड़ दें। सुबह मेथी के दानो को पानी से निचोड़ ले और उन्हे पीस कर एक पेस्ट तैयार कर ले। इस पेस्ट को अपनी खोपड़ी पर लगाए और कुछ घंटो के लिए छोड़ दे। उसके बाद शैम्पू के इस्तेमाल से इसे धो दे । दें। एक सप्ताह में एक से दो बार इस उपाय का पालन करें।
इन उपायो का उपयोग करते हुये धैर्य रखे। आप अपनी सुविधा अनुसार किसी एक उपाय का उपयोग कर सकते है।
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