क्या आप भी उन लोगो में से एक है जो बिस्तर पर उठते ही अपना चश्मा तलाशते है ? कुछ लोगो की नज़र
तो इतनी कमजोर होती है की अपने पास पड़ी घड़ी में समय भी ठीक से नहीं देख सकते | यह सब बातें अपने आप में एक सवाल पैदा करती है कि क्या कोई ऐसा प्राकृतिक तरीका है जिसके इस्तेमाल से हम इस समस्या से छुटकारा पा सकते है या काफी हद तक इस समस्या को कम कर सकते है ? आइए जाने ऐसे ही कुछ तरीको के बारें में :
सही खान-पान:
आखों के लिए सबसे जरूरी है पौष्टिक आहार लेना | आपने अक्सर सुना होगा कि गाजर और नारंगी रंग के फलो और सब्जियों में बीटा- कैरोटीन पाया जाता है जो कि विटामिन-ए का एक प्रकार है और हमारी आँखों के आँख सुचारू रूप से कार्य करने के लिए जरूरी है | इसके अलावा हरे पत्तेदार सब्जियों का उपयोग करें ये अध: पतन और मोतियाबिंद विकसित होने का खतरा कम करती है | इसके अलावा अंडे कि ज़र्दी भी ज़िंक, लूटिन का भरपूर स्त्रोत है और आँखों के लिए उपयोगी मानी जाती है | इसके अलावा विटामिन-सी से भरे फल, बादाम(विटामिन-ए) इत्यादि का सेवन करें | रेटिना में फैटी एसिड पाया जाता है और इसकी कमी से आँखों में सूखापन आने लगता है | मछ्ली के सेवन से आप इस कमी को पूरा कर सकते है |
आँखों को आराम दे:
हालांकि ये संभव नहीं कि आप ऑफिस में सो सके परंतु फिर भी आँखों को आराम देना बहुत जरूरी है | यदि आप सारा दिन कम्प्युटर पर काम करते है तो आपकी आँखें तनाव में आ जाती है | स्क्रीन पर 50 मिनट बिताने के बाद कम से कम 10 मिनट का ब्रेक जरूर ले| इसके लिए कुछ सेसेकेंड्स के लिए अपनी आंखे बंद कर ले या फिर खड़े होकर टहल ले या फिर स्क्रीन के अलावा अन्य चीज़ों पर नज़र घूमा ले |
आप 10-10-10 नामक नियम का उपयोग भी कर सकते है | इसके लिए कम्प्युटर पर हर 10 मिनट बिताने के बाद 10 सेकेंड्स के लिए 10 फूट दूर राखी वस्तु पर एक नजर जरूर मार ले| प्र्याप्त नींद ले और आँखों को तनाव से बचाए | टीवी इत्यादि का उपयोग लंबे समय के लिए ना करें |
नेत्र व्यायाम करें:
शरीर के साथ-साथ आँखों को भी व्यायाम देना बहुत जरूरी है | दृष्टि में सुधार करने के लिए सबसे तेज तरीकों में से एक दैनिक आंखों के व्यायाम करना है | इस काम को करने से से पहले जरूरी है आँखों को गर्म करना | इसके लिए अपने हाथो कि दोनों हथेलियो को आपस में रगड़े और फिर उन्हे अपनी आँखों पर रख दे | आँखों को गर्मी महसूस होने दे | 5 से 10 सेकेंड्स के बाद इस क्रम को दोहराए| दूसरी एक्सर्साइज़ है आँखों को घुमाना | अपनी आँखों को बिना रुके ऊपर नीचे दाएँ बाएँ घुमाइए |इक क्रम को कम से कम 10-20 बार करिए| तीसरी एक्सर्साइज़ में आप एक पेन ले लें और उसकी टिप पर धायन केन्द्रित करें | अब इस पेन कि टिप पर ध्यान केन्द्रित करते हुये अपने चेहरे के पास लाये और फिर दूर ले जाएँ | इस क्रम को भी कम से कम 10 बार जरूर करें |
और इन सभी एक्सर्साइज़ के बाद आँखों को गर्म हथेलियो से आराम जरूर दे | इसके अलावा नंगे पाँव ओंस पर चलने से भी आँखों की रोशीनी बढ़ती है |
कम रोशनी में ना करें पढ़ाई :
कम रोशनी वाले क्षेत्र में कोई भी किताब या अखबार इत्यादि न पढे इससे आपकी आँखों पर तनाव बढ़ता है |
साफ रखें :
अपनी आँखों को धूल और मिट्टी से बचा कर रखे | सूर्य कि रोशनी में सन-ग्लाससेस का उपयोग करें | अधिक चमकती हुयी चीजों को नंगी आँखों से ना देखे | दिन में कम से कम 4-5 बार ठंडे पानी से आँखों को साफ करें |
डॉक्टर की सलाह :
हर 6 महीने में कम से कम 1 बार आँखों की जांच जरूर करवाए और जरूरत पड़ने पर आइ-विशेषज्ञ की मदद जरूर ले |
तो इतनी कमजोर होती है की अपने पास पड़ी घड़ी में समय भी ठीक से नहीं देख सकते | यह सब बातें अपने आप में एक सवाल पैदा करती है कि क्या कोई ऐसा प्राकृतिक तरीका है जिसके इस्तेमाल से हम इस समस्या से छुटकारा पा सकते है या काफी हद तक इस समस्या को कम कर सकते है ? आइए जाने ऐसे ही कुछ तरीको के बारें में :
सही खान-पान:
आखों के लिए सबसे जरूरी है पौष्टिक आहार लेना | आपने अक्सर सुना होगा कि गाजर और नारंगी रंग के फलो और सब्जियों में बीटा- कैरोटीन पाया जाता है जो कि विटामिन-ए का एक प्रकार है और हमारी आँखों के आँख सुचारू रूप से कार्य करने के लिए जरूरी है | इसके अलावा हरे पत्तेदार सब्जियों का उपयोग करें ये अध: पतन और मोतियाबिंद विकसित होने का खतरा कम करती है | इसके अलावा अंडे कि ज़र्दी भी ज़िंक, लूटिन का भरपूर स्त्रोत है और आँखों के लिए उपयोगी मानी जाती है | इसके अलावा विटामिन-सी से भरे फल, बादाम(विटामिन-ए) इत्यादि का सेवन करें | रेटिना में फैटी एसिड पाया जाता है और इसकी कमी से आँखों में सूखापन आने लगता है | मछ्ली के सेवन से आप इस कमी को पूरा कर सकते है |
आँखों को आराम दे:
हालांकि ये संभव नहीं कि आप ऑफिस में सो सके परंतु फिर भी आँखों को आराम देना बहुत जरूरी है | यदि आप सारा दिन कम्प्युटर पर काम करते है तो आपकी आँखें तनाव में आ जाती है | स्क्रीन पर 50 मिनट बिताने के बाद कम से कम 10 मिनट का ब्रेक जरूर ले| इसके लिए कुछ सेसेकेंड्स के लिए अपनी आंखे बंद कर ले या फिर खड़े होकर टहल ले या फिर स्क्रीन के अलावा अन्य चीज़ों पर नज़र घूमा ले |
आप 10-10-10 नामक नियम का उपयोग भी कर सकते है | इसके लिए कम्प्युटर पर हर 10 मिनट बिताने के बाद 10 सेकेंड्स के लिए 10 फूट दूर राखी वस्तु पर एक नजर जरूर मार ले| प्र्याप्त नींद ले और आँखों को तनाव से बचाए | टीवी इत्यादि का उपयोग लंबे समय के लिए ना करें |
नेत्र व्यायाम करें:
शरीर के साथ-साथ आँखों को भी व्यायाम देना बहुत जरूरी है | दृष्टि में सुधार करने के लिए सबसे तेज तरीकों में से एक दैनिक आंखों के व्यायाम करना है | इस काम को करने से से पहले जरूरी है आँखों को गर्म करना | इसके लिए अपने हाथो कि दोनों हथेलियो को आपस में रगड़े और फिर उन्हे अपनी आँखों पर रख दे | आँखों को गर्मी महसूस होने दे | 5 से 10 सेकेंड्स के बाद इस क्रम को दोहराए| दूसरी एक्सर्साइज़ है आँखों को घुमाना | अपनी आँखों को बिना रुके ऊपर नीचे दाएँ बाएँ घुमाइए |इक क्रम को कम से कम 10-20 बार करिए| तीसरी एक्सर्साइज़ में आप एक पेन ले लें और उसकी टिप पर धायन केन्द्रित करें | अब इस पेन कि टिप पर ध्यान केन्द्रित करते हुये अपने चेहरे के पास लाये और फिर दूर ले जाएँ | इस क्रम को भी कम से कम 10 बार जरूर करें |
और इन सभी एक्सर्साइज़ के बाद आँखों को गर्म हथेलियो से आराम जरूर दे | इसके अलावा नंगे पाँव ओंस पर चलने से भी आँखों की रोशीनी बढ़ती है |
कम रोशनी में ना करें पढ़ाई :
कम रोशनी वाले क्षेत्र में कोई भी किताब या अखबार इत्यादि न पढे इससे आपकी आँखों पर तनाव बढ़ता है |
साफ रखें :
अपनी आँखों को धूल और मिट्टी से बचा कर रखे | सूर्य कि रोशनी में सन-ग्लाससेस का उपयोग करें | अधिक चमकती हुयी चीजों को नंगी आँखों से ना देखे | दिन में कम से कम 4-5 बार ठंडे पानी से आँखों को साफ करें |
डॉक्टर की सलाह :
हर 6 महीने में कम से कम 1 बार आँखों की जांच जरूर करवाए और जरूरत पड़ने पर आइ-विशेषज्ञ की मदद जरूर ले |
Nice Blog aankhon Ka bachav Kese karen
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